TDS कटने के बाद भी Tax भरना पड़ता है? जानिए पूरा सच, 2025 Income Tax Guide in Hindi

जब किसी एंप्लॉई का टीडीएस कटता है तो उनका मन में पहला सवाल यह आता है क्या TDS कटने के बाद भी Tax भरना पड़ता है?” आज हम इस पोस्ट में आपका यह सवाल का जवाब विस्तार से देंगे।

सिर्फ नौकरी करने वाले लोग लोग ही नहीं बल्कि यह पोस्ट फ्रीलांसिंग काम कर रहे है या अन्य कोई भी जिनका टीडीएस काटा जाता है उन सभी के लिए है।

TDS का पूरा नाम है Tax Deducted at Source (स्रोत पर कर कटौती) लेकिन यह काटने का मतलब यह नहीं है कि आपको Income Tax Return (ITR) भरना नहीं पड़ेगा।

TDS होता क्या है?

टीडीएस एक ऐसा सिस्टम सरकार ने बनाया है जहां आपकी इनकम आपके पास आने से पहले ही कुछ टैक्स के रूप में काट लिया जाता है,

स्रोतTDS की दर
Salaryस्लैब के अनुसार
FD Interest10% (पैन लिंक होने पर)
Freelance Payments10%
Rent(₹50,000 से ज्यादा) 5%

टीडीएस का मकसद है कि अगर किसी का सालाना इनकम टैक्स के अंदर आ जाए तो सरकार को पहले से ही टैक्स मिल जाए, और कोई टैक्स को चुरा न सके।

टीडीएस तब काटा जाता है जब सरकार के बनाया स्लैब के ऊपर आपका इनकम आ जाए, टीडीएस से आप एक तरह के एडवांस टैक्स आपके नाम से सरकार के जमा होता है, और टीडीएस डायरेक्ट टैक्स के अंदर आता है।

टीडीएस से सरकार को पूरा साल टैक्स मिलता है मतलब जो अगले साल मिलने वाला था वह पूरा साल मिलता है, और अगर आपका टीडीएस ज्यादा कटा जाए तो आप चिंता न करे आप इसे वापस ले सकते है।

इस पोस्ट को पढ़े:- Income Tax से Notice आ जाए तो क्या करें? जानें क्या करना चाहिए पूरी जानकारी

लेकिन अगर TDS कट गया, तो फिर ITR क्यों भरें?

टीडीएस कटना और आईटीआर भरना दोनों अलग अलग चीज़ें हैं, आपको यह समझना जरूरी है चलिए इसे एक उदाहरण से समझते हैं:

ITR का पूरा नाम Income Tax Return मतलब आप साल के अंत में सरकार को आईटीआर से बताते है कि आपके सैलरी और अगर दूसरा कही से इनकम कर रहे है तो वहां से टोटल कितना कमाया।

अगर आपका टीडीएस कट रहा है तो आपको भी आईटीआर भरना जरूरी हो जाता है, मान लीजिए आपकी सालाना सैलरी ₹7 लाख है, और कंपनी ने ₹15,000 आपसे आपका सैलरी से टीडीएस काट लिया।

लेकिन जब वित्तीय वर्ष के अंत में आप आईटीआर फाइल करेंगे तो आपकी टैक्स बनता है ₹25,000 ऐसे में आपको 25,000 से 15,000 कम करके 10,000 और टैक्स देना पड़ेगा।

इसलिए टीडीएस कटना पूरा टैक्स देना नहीं होता, यह आपके एडवांस टैक्स के रूप में जमा होते है।

इसका उल्टा भी हो सकता है तो Refund कैसे मिलेगा?

कई बार कंपनियाँ या क्लाइंट आपसे ज्यादा टीडीएस काट लेते हैं, तो इस मामले में आपको क्या करना चाहिए आइए जानते हैं:

ऐसे में आप आईटीआर फाइल करेंगे तो आपको रिफंड मिल जाएगा, जैसे आपका टैक्स बनता है ₹10,000 और कंपनी ने आपसे ₹ 15,000 काटा, अब जब आप अपना आईटीआर फाइल करेंगे।

तो ₹15,000 से ₹10,000 कम करके बचता है ₹5,000 यह आपको क्रेडिट हो जाएगा आपके बैंक अकाउंट में जो अकाउंट आपने सबमिट किया था, यही असली कारण है कि आईटीआर फाइल करने का, सिर्फ टीडीएस कटने से काम नहीं चलता।

2025 में क्या नया बदलाव आया है?

Budget 2025 के अनुसार:- आपने जितना भी FD, LIC, Crypto income आदि पर जितना इन्वेस्ट किया या इनसे जितना प्रॉफिट कमाया उनपर AIS (Annual Information Statement) के ज़रिए अब आपकी हर इनकम ट्रैक की जाती है।

इसीलिए आप अपना आईटीआर भरने के समय अपने सभी इनकम के सभी सही जानकारी दे, अब आपके मन में सवाल आ रहा है कि सरकार को पता कैसे चलेगा कि आपने कितना कमाया और कैसे कमाया।

देखिए आपका जो पैन कार्ड हे उसके बिना कोई भी पैसा वालालेन देन नहीं होता, यही पैन कार्ड के मदद से आपका सभी इनकम और खर्चा ट्रैक करना आसान है सरकार के लिए, जैसे आपने एक बाइक लेने जाएंगे वहां पर भी आपके पैन कार्ड पर यह जानकारी आएगी कि आपने कहां खर्चा किया।

ऐसे में अगर आपने ज्यादा इनकम की जानकारी सरकार को नहीं देते है तो आपको नोटिस भी आ सकती है, सरकार को पता है अगर आपने कही से भी पैसा कमाया और उसके जानकारी सरकार को नहीं देते है कोई बात नहीं, लेकिन आप कही तो इन पैसे का खर्च करेंगे वहां पर पकड़े जाएंगे।

इसीलिए अब सरकार पैन कार्ड और आधार कार्ड लिंक करना जरूरी कर दिया है, इसलिए आप सिर्फ सैलरी स्लीप पर टीडीएस को देखकर न बैठें अपने पूरी इनकम का हिसाब सरकार को दें।

इस पोस्ट को पढ़े:- बिना CA के ITR कैसे फाइल करें?

किन लोगों को ज़रूर ITR भरना चाहिए?

अब आप यह भी जान ले कि किन लोगों को अपना आईटीआर भरना चाहिए? इसका में एक छोटा टेबल नीचे दिया हु आप वहां से समझ लीजिए।

व्यक्ति TDS कटा ITR ज़रूरी?
Salary वाले (₹5L+ income)हां
Freelancersहां
Rent पाने वालेहां
Pension पाने वाले हो सकता है Yes, if income > ₹3Lहां

ऐसे बहुत से लोग है जिनके इनकम इससे भी बहुत ज्यादा है लेकिन वह टैक्स नहीं देते, वह आज नहीं तो कल सरकार के नजर में आएंगे और उनके ऊपर भारी पेनल्टी लगेगा।

और सब अगर अपना टैक्स देंगे तो हमारा टैक्स के दर भी कम कर सकते है सरकार जैसे अभी का 12% को सरकार हटाने वाला है इस पोस्ट से जाने

ITR फाइल करने का कुछ फायदा:

  1. आप टैक्स के Penalty से बच जाएंगे।
  2. अगर ज्यादा टीडीएस काटा गया है तो आपको Refund मिल जाएगा।
  3. भविष्य में बैंक से loan Approval में आसानी होती है, जब कोई अपना आईटीआर के डॉक्यूमेंट को बैंक में जमा करते है तो बैंक उस पर ज्यादा भरोसा करते है।

निष्कर्ष: टीडीएस के बारे में

टीडीएस कटने का मतलब ये नहीं कि आपका टैक्स क्लियर हो गया है और आपको टैक्स नहीं भरना पड़ेगा, अगर आपकी सालाना ₹3 लाख से ज्यादा हो ( यह Senior Citizens के लिए अलग लिमिट है) तो आपको आईटीआर जरूर भरना चाहिए।

अंतिम सलाह

अगर आप चाहते हैं कि आपका कोई भी टैक्स ना छूटे या ज़रूरत से ज़्यादा टैक्स जमा हो जाए टीडीएस से, तो आप हर साल ITR (Income Tax Return) ज़रूर फाइल करें, चाहे आपका टीडीएस कटा हो या न हो।

हमेशा याद रखें कि टैक्स नियम पर हर साल कुछ ना कुछ बदलाव होते रहते है इसीलिए हमेशा नवीनतम नियम की और ध्यान रखे, और आपको अगर टैक्स के विषय पर कोई भी परेशानी हो तो हमेशा एक अच्छे टैक्स सलाहकार CA से संपर्क करें वह आपको सही सलाह देंगे।

में उम्मीद करता हू कि क्या टीडीएस कटने के बाद भी टैक्स भरना पड़ता है? इसके सभी तरीका और इसके गलती से बचने के सभी तरीका को आपने समझ लिया है, अपने दोस्त और सोशल मीडिया पर इस पोस्ट को शेयर कर उनको भी जानकारी लेने का मौका दे।

इस पोस्ट को पढ़े:- डायरेक्ट टैक्स और इनडायरेक्ट टैक्स में क्या अंतर है? जानें सरल भाषा में उदाहरणों के साथ

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