पैन कार्ड क्या है? जानें क्यों ज़रूरी है यह 10 अंकों का नंबर और इसके फायदे (पूरी जानकारी)

यह पोस्ट पैन कार्ड क्या है इसीलिए लिख रहा हु क्योंकि मेरा सभी ब्लॉग पोस्ट टैक्स से रिलेटेड है, हमारे भारत में आप पैन कार्ड के बिना ज्यादा लेन देन, बैंक अकाउंट, टैक्स देना और भी बहुत सारी काम को नहीं कर सकते।

हर भारतीय नागरिक और व्यवसायी को इस कार्ड की ज़रूरत पड़ती है, और पैन कार्ड के बारे में सही जानकारी होना बहुत ही जरूरी है जैसे पैन कार्ड क्या है, यह क्यों ज़रूरी है, इसके क्या उपयोग हैं, और इसे कैसे बनवाया या अपडेट किया जा सकता है।

ऐसे हर एक सवाल का पूरी जानकारी हर एक भारतीय नागरिक कोई भी हो जैसे छात्र, नौकरीपेशा, व्यवसायी, गृहिणी, और खासकर वे लोग जिन्हें अभी तक पैन नंबर की ज़रूरत नहीं पड़ी है या जो इसे बनवाना चाहते हैं, इन सबके लिए यह पोस्ट बहुत ही मददगार होगा क्योंकि इस पोस्ट के अंदर आपके इन सभी सवाल का जवाब मिलेंगे इसीलिए आप इस पोस्ट को पूरा पढ़ें।

पैन कार्ड (PAN Card) क्या है? (सरल शब्दों में समझें)

PAN Card का फुल फॉर्म Permanent Account Number होता है, यह भारत के आयकर विभाग द्वारा जारी किया गया एक 10 अंकों का खास अल्फ़ान्यूमेरिक नंबर है, जो हर एक का अलग अलग होता हैं।

यह पैन कार्ड व्यक्तियों, कंपनियों, पार्टनरशिप फर्मों, HUF (हिंदू अविभाजित परिवार) ऐसे सभी के लिए बनाया जाता है, इस कार्ड का मुख्य उद्देश्य है भारत में हर एक का सालाना लेन देन (Financial Transactions) को ट्रैक करना और रिपोर्ट निकालने के लिए इस्तेमाल किया जाता है।

पैन कार्ड क्यों ज़रूरी है? (इसके मुख्य फायदे और उपयोग)

अब में आपको पैन कार्ड कहां कहां इस्तेमाल किया जाता है, और कौन कौन सी काम आप पैन कार्ड के बिना आप नहीं कर सकते और इसका फायदा के बारे में बताऊंगा।

  1. आयकर रिटर्न (ITR) फाइल करना: अपना आईटीआर फाइल करने के लिए पैन कार्ड जरूरी है।
  2. TDS और TCS के लिए: TDS (स्रोत पर कर कटौती) और TCS (स्रोत पर कर संग्रह) के लिए पैन कार्ड ज़रूरी है।
  3. GSTIN अप्लाई के लिए: आप अगर कोई सामान ऑनलाइन सेल करने जाएंगे तो जीएसटी नंबर के बिना नहीं होगा, जीएसटी नंबर अप्लाई करने के लिए आपको यह कार्ड चाहिए।
  4. नया बैंक अकाउंट खोलना: अपने नाम से बैंक में नया अकाउंट खोलने या पुराना अकाउंट में केवाईसी (KYC अपने ग्राहक को जानें) के लिए के लिए पैन कार्ड जरूरी है।
  5. 50,000 रुपए से अधिक बैंक के लेनदेन: कोई भी बैंक में 50,000 रुपए या उससे अधिक जमा करने या निकालने के लिए पैन कार्ड जरूरी है।
  6. विदेशी मुद्रा का लेनदेन: 50,000 रूपए से ज्यादा के विदेशी मुद्रा लेनदेन के लिए भी आपका पैन कार्ड का जरूरत होगा।
  7. अचल संपत्ति की खरीद या बिक्री: नए प्रॉपर्टी खरीदने के लिए या अपने प्रॉपर्टी बेचने के लिए पैन कार्ड जरूरी है।
  8. वाहन खरीदने या बेचने के लिए: कोई भी नया गाड़ी या बाइक खरीदने के लिए या अपने पुराने बहन को बेचने के लिए पैन कार्ड जरूरी है।
  9. निवेश करना: शेयर मार्केट पर शेयर खरीदने, म्यूचुअल फंड, या बॉन्ड और किसी प्रकार के इन्वेस्ट करने के लिए पैन कार्ड जरूरी है।
  10. क्रेडिट कार्ड डेबिट कार्ड आवेदन: किसी भी क्रेडिट कार्ड या डेबिट कार्ड अप्लाई करने के लिए पैन कार्ड जरूरी है।
  11. लोन के लिए: किसी भी प्रकार के लोन जैसे होम लोन, पर्सनल लोन इन सभी के लिए यह कार्ड जरूरी है।
  12. Credit Score देखने के लिए: आपका क्रेडिट स्कोर देखने के लिए भी आपको पैन कार्ड की जरूरत होगी, और क्रेडिट स्कोर देखे बिना कोई बैंक आपको लोन भी नहीं देगा।

कुल मिलाकर आप पैन कार्ड के बिना ऐसा कोई भी काम नहीं कर सकते जहां पर पैसा का मामला हो, और सरकार ने सभी का पैन और आधार को एक साथ लिंक करना अनिवार्य कर दिया है, ताकि सभी के लेन देन को ट्रैक कर सके और टैक्स चोरी में रोक लगा सके।

इस पोस्ट से जाने:- PAN और Aadhaar Link न करने पर जुर्माना कितना है? पूरी जानकारी

आपके 10 अंकों के PAN नंबर का क्या मतलब है? (हर अंक का रहस्य)

पैन कार्ड के हर एक अंक का अलग अलग मतलब होता है, यह बात सबको पता नहीं हो है पैन कार्ड क्या है इस पोस्ट में आपको इस अंक का मतलब में आपको समझाता हु।

पहले का 3 अक्षर: ये अल्फ़ाबेटिक के रूप में होते हैं और यह A से Z के अंदर कोई भी 3 अक्षर हो सकता है जैसे ABC, CDM, PXY ऐसे के कोई भी तीन अक्षर हो सकते हैं।

चौथा अक्षर: यह पैन कार्ड धारक की अपनी पहचान बताते है जैसे कि वह क्या कोई कंपनी का है, कोई व्यक्ति है, ऐसे 10 वर्ड है जो पैन कार्ड में अलग अलग लगाया जाता है वह आप नीचे से जाने

  1. P: Individual (व्यक्तिगत)
  2. C: Company (कंपनी)
  3. H: HUF (हिंदू अविभाजित परिवार)
  4. F: Firm (फर्म)
  5. A: Association of Persons (AOP)
  6. T: Trust (ट्रस्ट)
  7. B: Body of Individuals (BOI)
  8. L: Local Authority (स्थानीय प्राधिकरण)
  9. J: Artificial Juridical Person
  10. G: Government (सरकारी)

पांचवां अक्षर: यह आपके उपनाम जिसे आपका टाइटल Surname कहा जाता है उसका पहला अक्षर लगाया जाता है, उपनाम का पहला अक्षर व्यक्तिगत PAN के लिए और अगर कोई कंपनी है तो उस कंपनी के नाम का पहला अक्षर लगाया जाता है।

अगले 4 अंक: ये सीरियल नंबर होते हैं और कोई भी 4 नंबर हो सकते है 0 से 9 के अंदर, जैसे 1234, 2601, 4956 ऐसे कोई भी चार अंक हो सकते हैं।

अंतिम अक्षर: यह एक चेक डिजिट होता है जैसे A से Z के अंदर कोई एक अक्षर, इसका इस्तेमाल गलतियों का पता लगाने के लिए किया जाता है।

यह जो 10 अंक का जिस आइडिया से पैन कार्ड नंबर बनता है आप सोचे कि सारी दुनिया के लोगों का भी एक साथ पैन कार्ड बना दिया जाए तो सबका नंबर अलग अलग होगा।

पैन कार्ड के लिए आवेदन कैसे करें? (ऑनलाइन और ऑफलाइन प्रक्रिया)

आप अपना पैन कार्ड के अप्लाई ऑनलाइन या ऑफलाइन भी कर सकते है नीचे आपको प्रोसेस बताए गए है:

भारत में UTIITSL और NSDL यह 2 पैन कार्ड को जारी करते है, अब NSDL का नाम बदलकर Protean eGov Technologies Limited हो गया है आप इस नया नाम पर भ्रमित न हो।

आपको पैन कार्ड ऑनलाइन अप्लाई करने के लिए पहले दोनों में से किसी एक साइट पर जाना है और फॉर्म 49A को भरना है भारतीय नागरिकों के लिए, अगर आप विदेशी नागरिक है तो फॉर्म 49AA भरना है।

ज़रूरी डॉक्यूमेंट इस कार्ड को बनाने के लिए आपको आपकी पहचान पत्र जैसे एड्रेस प्रूफ, जन्म तिथि का प्रमाण पत्र, और अभी तो आधार कार्ड भी चाहिए नया पैन कार्ड अप्लाई के लिए, यह सरकार टैक्स चोरी को रोकने के लिए सभी का पैन और आधार कार्ड को लिंक करना जरूरी कर दिया है।

अब आपका डॉक्यूमेंट अपलोड करना है उसके बाद आपको 107 रुपए भारत के लोगों के लिए और विदेशी लोगों के लिए 1,011 रूपए का शुल्क देना होता है टैक्स के साथ जो आप ऑनलाइन पेमेंट कर सकते है।

ऑफलाइन अप्लाई के लिए आप किसी सेंटर पर जा सकते है जहां पर यह कार्ड अप्लाई होता है, और उनको अपना सभी डॉक्यूमेंट जेरॉक्स और फोटो देना है और वह लोग 300 से 400 रुपए चार्ज करते है।

इससे अच्छा तो अगर आपको पता हो तो आप ऑनलाइन अप्लाई करें इससे आपका बहुत सारा पैसा बच जाएगा, आपको बस फ्रॉम को भरना है, बाद में फोटो और डॉक्यूमेंट अपलोड कर देना है और सबमिट करना है, बाद में आप ऑनलाइन अपने एप्लिकेशन को ट्रैक कर सकते है।

अब आपके के मन एक सवाल आ रहा होगा की पैन कार्ड बनने में कितना समय लगता है यह सामान्य तौर पर 7 से 15 दिन का कार्य दिवस लगता है, लेकिन देखा गया है कभी कभी एक महीना भी लगता है कार्ड को आपका घर तक पहुंचने में।

आपका पैन कार्ड में अगर एक अक्षर भी गलत है दूसरा डॉक्यूमेंट से जैसे आधार कार्ड या बर्थ सर्टिफिकेट से तो यह कार्ड आपका किसी काम में नहीं आएगा इसीलिए यह कार्ड अप्लाई करने के समय या कार्ड बनने के बाद अच्छे से चेक करें।

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पैन कार्ड की गलतियों को कैसे सुधारें या अपडेट करें?

पैन कार्ड की गलतियों को सुधारने के लिए आपको आपका पैन कार्ड को दोबारा अप्लाई करना होगा, यह भी आप ऑनलाइन ही ऑफलाइन दोनों जगह से कर सकते हैं।

आपका नाम, पता, जन्मतिथि या किसी अन्य चीज जो आपका पैन कार्ड में गलत है, उसको सही करने के लिए जो सही डॉक्यूमेंट है आपको वह देना पड़ेगा, इसमें भी आधार कार्ड काम आता है, और आपको नागरिक के अनुसार सेम 107 या 1017 रुपए देना पड़ेगा।

e-PAN कार्ड क्या है? (डिजिटल पैन)

e-PAN हमारा पैन कार्ड का एक डिजिटल रूप है, जैसे आधार कार्ड का होता है, ई-पैन को ऑनलाइन डाउनलोड किया जा सकता है और सभी जगह पर इस्तेमाल किया जा सकता है।

यह ई-पैन कार्ड हमारा हाथ में रखे कार्ड के जितना ही वैल्यू रखता है, जब तक आपका फिजिकल कार्ड घर तक ना आ जाए आप इसे डाउनलोड कर इस्तेमाल कर सकते है।

ई-पैन बहुत सारी जगह पर काम आता है जैसे तत्काल ज़रूरत पड़ने पर आप घर से बाहर गए हैं और आपका फिजिकल कार्ड आपके पास नहीं है तो आप इस डिजिटल ई-पैन कार्ड को दिखाकर अपना काम चला सकते हैं।

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पैन कार्ड के बारे में कुछ जरूरी बातें

बिना पैन कार्ड के आपको टैक्स भी ज्यादा देना पड़ता है, और भी बहुत सारे कामों में आता है इसीलिए आज पैन कार्ड हमारे भारत में एक बहुत जरूरी डॉक्यूमेंट के रूप में देखा जाता है।

पैन कार्ड बनाने का उम्र 18 साल होना चाहिए, आप 18 साल के पहले भी बना सकते हैं अपने माता पिता के डॉक्यूमेंट के मदद से लेकिन उस पैन कार्ड में आपका फोटो नहीं रहेगा, 18 साल बाद जवाब दोबारा पैन कार्ड के लिए अप्लाई करेंगे तो उसमें आपका फोटो के साथ आएगा।

आज सरकार सभी के पैन कार्ड और आधार कार्ड लिंक करना जरूरी कर दिया है ताकि एक आदमी दो दो पैन कार्ड न बना सके, और दो पैन कार्ड बनाने से आपको फाइन और जेल भी हो सकते है।

पैन कार्ड में आपका नाम का एक अक्षर या डेट ऑफ बर्थ में कुछ अगर आधार कार्ड से मैच नहीं करेगा तो यह कार्ड आपक जहां पर भी जमा करेंगे रिजेक्ट हो जाएगा, इसीलिए पैन कार्ड पर या आधार कार्ड दोनों में से नाम और जन्मतिथि किस में गलत है उसको ठीक करें।

मैंने एक बार अपना EPF अकाउंट में अपने पैन कार्ड को अपडेट करने गया तो वहां पर गलत दिखा रहा था क्योंकि मेरा पैन कार्ड का एक अक्षर आधार कार्ड के साथ मैच नहीं हो रहा था, बाद में मैंने अपना पैन कार्ड को फिर से रेडी किया और बाद में वहां पर सबमिट हुआ।

इसलिए अभी भी आपका कुछ गलती है तो आप सुधार ले नहीं तो बाद में कभी आपका जॉब लग जाएगा या फिर अचानक लोन लेना लेना पड़ जाए तो आपके लिए बहुत मुश्किल होगा, जब तक आप अपना कार्ड की सही नहीं करेंगे तब तक आपको कोई लोन भी नहीं देगा।

लोन से और एक बात याद आया कि आप जो भी लोन लेते हैं या EMI करते है छोटा हो या बड़ा उसे समय पर डेट के अंदर चुकाए, अगर आप ऐसा नहीं करते तो यह आपके पैन कार्ड के हिस्ट्री में जमा रहता है, इससे आपका क्रेडिट स्कोर कम होता है, जितना सिबिल स्कोर कम होगा कोई भी लोन देने वाला आप पर भरोसा नहीं करेगा।

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निष्कर्ष: पैन कार्ड, आपकी वित्तीय पहचान

कुल मिलाकर बात यह है कि PAN Card केवल हमारा एक पहचान पत्र नहीं है, बल्कि यह हमारा सालाना गतिविधियों के लिए एक महत्वपूर्ण हिस्सा है।

और सरकार के लिए हमारे वित्तीय गतिविधियों को ट्रैक करने का एक महत्वपूर्ण जरिया है, इसीलिए आप इस कार्ड की अहमियत को समझे और इस कार्ड सुरक्षित रखें और कार्ड में कुछ भी गलती हो तो इसे सुधारें।

मैं उम्मीद करता हूं कि आपको पैन कार्ड क्या है और पैन कार्ड के 10 अंक के बारे में अच्छे से जानकारी मिली है, ऐसे विस्तृत जानकारी को अपने दोस्त के पास और सोशल मीडिया पर शेयर करके उनको भी जानकारी लेने का मौका दे।

अब इस पोस्ट को पढ़ें:- आयकर के वित्तीय वर्ष (FY), प्रीवियस ईयर (PY) और असेसमेंट ईयर (AY) को आसान भाषा में समझें

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