आज हम बात करेंगे कि पैन कार्ड और इनकम टैक्स का सीधा क्या संबंध है? और क्यों पैन कार्ड टैक्स भरने, रिटर्न फाइल करने और वित्तीय लेन देन में जरूरी बन गया है, सभी बात हम एक एक कर करेंगे इसीलिए आप इस पोस्ट को लास्ट तक जरूर पढ़ें।
इस पोस्ट में क्या क्या है?
PAN Card क्या है?
PAN का पूरा नाम (Permanent Account Number) है, यह एक 10 अंकों का अल्फान्यूमेरिक कोड होता है, जिसे Income Tax Department जारी करता है, आज यह एक पहचान पत्र की तरह काम करता है और हर एक व्यक्ति कंपनी के लिए यह नंबर अलग अलग होता है।
आज आप बैंक अकाउंट बनाने के लिए, लोन लेने के लिए, गाड़ी लेने के लिए यह कार्ड आपके पास होना जरूरी है और भी ऐसे कही काम है जिसे आप पैन कार्ड के बिना नहीं कर सकते, यह कार्ड 18 साल के बाद हर कोई बना सकता है।
PAN Card का मुख्य उद्देश्य
किसी भी लेन देन या निवेश करने के लिए पैन कार्ड की जरूरत है क्योंकि पैन कार्ड का मुख्य उद्देश्य कुछ है, जो सरकार ध्यान दे रहे है।
- टैक्सदाताओं की पहचान करना।
- सभी वित्तीय लेन देन का रिकॉर्ड रखना।
- कर चोरी (Tax Evasion) रोकना।
- आय और टैक्स हिस्ट्री को ट्रैक करना।
ऊपर के पॉइंट से आपको पता चल गया होगा कि सरकार हमारे लेन देन पर नजर रखने के लिए इस कार्ड को इतना महत्त्व दे रहा है, और सबके लिए यह कार्ड जरूरी कर दिया है।
Income Tax में PAN की अहम भूमिका
आपको बता दूं पैन कार्ड का सीधा संबंध इनकम टैक्स से है, टैक्स विभाग आपकी आय और टैक्स की सभी जानकारी इसी नंबर के माध्यम से ट्रैक करता है, में कुछ काम पैन कार्ड के नीचे आपके लिए अच्छे से लिखा हूं।
1.Income Tax Return (ITR) फाइल करने के लिए: जब भी आप Income Tax Return (ITR) भरने जाएंगे तब PAN Number डालना अनिवार्य होता है, बिना पैन के आप आईटीआर फाइल नहीं कर सकते।
2.उच्च मूल्य लेन देन में: बैंक अकाउंट, म्यूचुअल फंड, शेयर मार्केट, 10 लाख के ऊपर प्रॉपर्टी की खरीद बिक्री, 50 हजार से अधिक नकद लेन देन ऐसी जगहों पर हाई वैल्यू ट्रांजैक्शन में पैन कार्ड देना जरूरी है, इसका मुख्य उद्देश्य है कि सरकार आपके बड़े लेन देन को ट्रैक करना चाहती है।
3.TDS (Tax Deducted at Source) में पैन: TDS और PAN का सीधा संबंध है, अगर आपके पास पैन नहीं है या आप नहीं देते है तब अगर आपकी इनकम पर से TDS (Tax Deducted at Source) कटता है, तो उच्च दर (20%) पर TDS काटा जाएगा, लेकिन पैन देने पर टीडीएस दर टैक्स स्लैब के हिसाब से कटा जाएगा।
4.Loan और Credit Card लेने के लिए: बैंक आपको लोन या क्रेडिट कार्ड देने से पहले आपका पैन को देखेगा, इससे बैंक आपके पुराना ट्रांजैक्शन हिस्ट्री को देख और ट्रैक कर पाती है।
5.धोखाधड़ी रोकने में मदद: हमारे पैन से सरकार हमारी पहचान, लेन देन और टैक्स हिस्ट्री को ट्रैक कर पाती है, इसके मदद से Tax Evasion (कर चोरी) को रोकने में मदद मिलती है।
नीचे के 3 पोस्ट से आप जानेंगे:- 👇
Income Tax क्या है? जाने सरकार क्यों हमसे टैक्स लेता है और इसकी क्या जरूरत है
ITR क्या है? ITR फाइल कैसे करें और जानें पूरी प्रक्रिया और नियम
TDS क्या है? जानें क्यों कटता है आपका पैसा और कैसे पाएं रिफंड, फॉर्म 26AS
PAN और Aadhaar लिंक क्यों जरूरी है?
सरकार ने अब पैन और आधार का संबंध को और गहरा कर दिया है, मतलब भारत सरकार ने पैन को आधार से लिंक करना अनिवार्य कर दिया है, अगर आप ऐसा नहीं करते है तो आपका पैन अवैध (Invalid) हो जाएगा।
और आप इनकम टैक्स से जुड़े या पैन से जितना काम होता है जो ऊपर मैंने आपको बताया वह सब काम नहीं कर पाएंगे, Invalid PAN का मतलब आप आईटीआर फाइलिंग, बैंकिंग और बड़े ट्रांजैक्शन सभी आपके रुक जाएंगे।
ऐसा इसीलिए भारत में आधार और पैन कार्ड सबसे जरूरी डॉक्यूमेंट में से एक है, पहले कोई आधार कार्ड दिखाकर एक काम और पैन कार्ड दिखाकर दूसरा काम कर रहा था, अब जब दोनों एक साथ हो गया है तो लोग धोखाधड़ी नहीं कर पा रहे हैं।
इस पोस्ट से जाने:-PAN और Aadhaar Link न करने पर जुर्माना कितना है? पूरी जानकारी
PAN और Income Tax का सीधा कनेक्शन
अब में आपको एक छोटा टेबल के मदद से पूरा जानकारी एकबार फिर से समझाने के कोशिश करता हूं।
काम | पैन के बिना | पैन के साथ |
ITR फाइलिंग के लिए | नहीं होगा | जरूरी है |
TDS दर | 20% | नॉर्मल टैक्स दर |
बड़े ट्रांजैक्शन के लिए | नहीं होगा | जरूरी है |
लोन या क्रेडिट कार्ड के लिए | नहीं होगा | जरूरी है |
इन्वेस्ट करने के लिए | नहीं होगा | जरूरी है |
PAN से जुड़ी महत्वपूर्ण बातें
आपके जब मैं रखा हुआ पैन कार्ड के बारे में कुछ जरूरी जानकारी जो आपको पता होना चाहिए:
- एक व्यक्ति के पास केवल एक पैन कार्ड हो सकता है।
- डुप्लीकेट मतलब 2 पैन रखने पर ₹10,000 का जुर्माना लग सकता है।
- पैन कार्ड बदलता नहीं है, यह नंबर जीवनभर के लिए एक और मान्य होता है।
- पैन कार्ड भारत में UTIITSL और NSDL बनाते है, अब NSDL का नाम Protean eGov Technologies Limited हो गया है।
निष्कर्ष: पैन कार्ड और इनकम टैक्स का संबंध के बारे मैं
पैन कार्ड और इनकम टैक्स का आपस में गहरा संबंध है यह आपने जाना जैसे यह आपकी टैक्स के पहचान है, जिसके बिना न तो आप आईटीआर फाइल कर सकते हैं और न ही बड़े वित्तीय लेन देन कर सकते हैं।
इसलिए अगर आपके पास पैन नहीं है तो तुरंत इस कार्ड को बनवाएँ और जल्दी आधार से लिंक करें, और नए नए ऐसे टैक्स से संबंधित जानकारी अपने पास रखें।
में उम्मीद करता हू कि पैन और टैक्स के रिश्ता के बारे में आपने समझा, अपने दोस्त और सोशल मीडिया पर इस पोस्ट को शेयर कर उनको भी जानकारी लेने का मौका दे।
हमने पैन कार्ड के ऊपर एक डिटेल में पोस्ट लिखा है ज्यादा जानने के लिए पढ़े:- पैन कार्ड क्या है? जानें क्यों ज़रूरी है यह 10 अंकों का नंबर और इसके फायदे (पूरी जानकारी
FAQs (अक्सर पूछे जाने वाले प्रश्न)
Q1. PAN कार्ड किसे बनवाना जरूरी है?
हां अगर आपकी आय टैक्स योग्य सीमा से ऊपर है या आप बड़े बड़े लेन देन करते हैं, और आपका 18 साल हो गया है तो पैन जरूरी है।
Q2. क्या एक व्यक्ति के पास दो PAN हो सकते हैं?
नहीं डुप्लीकेट पैन रखना कानूनी अपराध है।
Q3. PAN कार्ड के बिना बैंक अकाउंट खोला जा सकता है?
साधारण बचत खाता (Saving Account) खोला जा सकता है, लेकिन बड़े लेन देन या अन्य सुविधाओं के लिए पैन जरूरी है।
Q4. क्या बिना PAN के ITR फाइल किया जा सकता है?
नहीं बिना पैन के आईटीआर फाइल हो ही नहीं सकता।
Q5. PAN और Aadhaar लिंक न करने पर क्या होगा?
तो आपका पैन निष्क्रिय हो जाएगा तो टैक्स संबंधित काम जैसे आईटीआर फाइल और बहुत सारे काम नहीं कर पाएंगे।
Q6. PAN और Aadhaar लिंक कैसे करें?
आप इसे Income Tax Portal पर जाकर Link Aadhar में कुछ क्लिक से ऑनलाइन लिंक कर सकते हैं।
अगर आपने अभी तक लिंक नहीं किया है तो इस पोस्ट के अंदर आपको नियम और लिंक करने का पूरा तरीका मिल जाएगा:- PAN और Aadhaar Link न करने पर जुर्माना कितना है? पूरी जानकारी