इनकम टैक्स क्रेडिट और इनपुट टैक्स क्रेडिट (ITC) दोनों में अंतर क्या है? जाने दोनों की असली मतलब

देखिए ITC का मतलब Income Tax Credit और Input Tax Credit दोनों होता है ऐसे में यह अक्सर भ्रम पैदा करता है, और दोनों का मतलब और काम अलग अलग होता है यह जानना आपको बहुत ही जरूरी है, यही आज हम इस पोस्ट में चर्चा करेंगे।

इनकम टैक्स क्रेडिट (Income Tax Credit) क्या है?

इनकम टैक्स क्रेडिट क्या है? आसान भाषा में कहूं तो इनकम टैक्स क्रेडिट यह वह राशि है जो आपकी कुल इनकम के टैक्स के पैसे (total income tax liability) से सीधे पहले ही काट लिया जाता है, और सरकार के पास जमा की जाती है।

इनकम टैक्स क्रेडिट का उदाहरण: यह वह राशि है जब आपकी इनकम पर से कंपनी या अन्य कोई TDS (Tax Deducted at Source) या TCS (Tax Collected at Source) के रूप में काटा जाता है, और यह राशि आपके पैन कार्ड से जुड़ी होती है।

आप जब साल के अंत में ITR (Income Tax Return) फाइल करेंगे तब आप इस TDS या TCS से काटे गए राशि का क्रेडिट अपनी कुल और अंतिम देने हुए टैक्स के पैसे से कम कर सकते हैं।

एक उदाहरण से समझे: अगर आपकी इनकम से टैक्स ₹40,000 बनता है और आपके कंपनी ने आपका ₹20,000 टीडीएस काटा है, तो आप अपना आईटीआर फाइल करते समय इस ₹20,000 का इनकम टैक्स क्रेडिट क्लेम करेंगे, और आपको सिर्फ़ बचा हुआ बाकी के ₹20,000 का टैक्स पेमेंट करना होता है।

यह आयकर विभाग (Income Tax Department) के लिए है, जो सीधे आपकी कमाई पर लगता है, और यह जो आपके इनकम से कटा जाता है वह आपके एडवांस टैक्स के रूप में जमा की जाती है।

और साथ में आपका एडवांस टैक्स टीडीएस या टीसीएस से ज्यादा कटा गया हो (मतलब अगर आपका सालाना टैक्स ₹20,000 बनता है और ₹30,000 कटा गया है) तो भी आप इनकम टैक्स क्रेडिट से उस ₹10,000 आपके बैंक अकाउंट में चले आएगी।

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इनपुट टैक्स क्रेडिट (Input Tax Credit) क्या है?

इनपुट टैक्स क्रेडिट क्या है? यह आपका वह क्रेडिट है जो एक जीएसटी रजिस्टर्ड व्यक्ति को किसी माल या सेवा को खरीदते के समय चुकाए गए GST पर मिलता है।

जीएसटी में जब आप कोई सामान या सेवा अपने व्यवसाय के लिए खरीदते हैं, तो आप उस पर जो जीएसटी का भुगतान करते हैं जिसे ‘Input Tax’ कहते हैं।

और जब आप अपनी खुद की वस्तुएं या सेवाएं अपने ग्राहक को बेचते हैं, तो आप जो अपने ग्राहक से जीएसटी इकट्ठा करते हैं इसे ‘Output Tax’ कहते हैं।

अब जीएसटी में इनपुट टैक्स क्रेडिट का मतलब है कि आप अपनी कुल ‘Output Tax’ से अपने पहले दिया हुआ ‘Input Tax’ को घटा सकते हैं और केवल बची हुई पैसा ही सरकार के पास टैक्स जमा करते हैं।

एक उदाहरण से समझे: आपने ₹5000 का सामान किसी डीलर से खरीदा और ₹500 का जीएसटी भरा है, फिर आपने वही सामान को ₹10,000 में बेचा और ₹1,500 का जीएसटी ग्राहक से इकट्ठा किया, तो आप सरकार को जीएसटी जमा करने के समय ₹1,500 – ₹500 = ₹1,000 ही जमा करेंगे, तो यह ₹500 ही आपका इनपुट टैक्स क्रेडिट है।

यह सिर्फ जीएसटी के लिए है, जो वस्तुओं और सेवाओं की बिक्री पर लगता है, और यह तब होता है जब दोनों जीएसटी में रजिस्टर है (मतलब आपका डीलर और आप)।

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इनकम टैक्स क्रेडिट और इनपुट टैक्स क्रेडिट (ITC) दोनों में अंतर (एक छोटा सा टेबल)

आईटीसी (ITC) का मतलब दोनों हो होते हैं, में आपको एक छोटा सा टेबल से दोनों को और अच्छे से समझाने के कोशिश करता हूं।

मापदंड (Criteria)इनकम टैक्स क्रेडिट (ITC)इनपुट टैक्स क्रेडिट (ITC)
संबंधआयकर (Income Tax) सेजीएसटी (GST) से
आधारटीडीएस (TDS) और टीसीएस (TCS)खरीदे गए माल/सेवा पर चुकाया गया GST
लाभअंतिम इनकम टैक्स से कटौतीआउटपुट जीएसटी से कटौती
संक्षिप्त नामIT CreditITC

निष्कर्ष:

कुल मिलाकर IT Credit (या Income Tax Credit) आपकी कमाई पर लगता है, और ITC (या Input Tax Credit) आपके द्वारा खरीदे गए माल या सेवाओं पर लगता है, इन दोनों का उपयोग और काम पूरी तरह से अलग अलग है, इसलिए आपको सही तरीके से दोनों को समझना बहुत ही जरूरी है।

में उम्मीद करता हू कि Income Tax Credit और Input Tax Credit क्या होता है? इन दोनों के बारे में आपने समझ लिया है, अपने दोस्त और सोशल मीडिया पर इस पोस्ट को शेयर कर उनको भी जानकारी लेने का मौका दे।

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