GST में HSN और SAC Code कैसे चुनें? पूरा गाइड Turnover के हिसाब से

जीएसटी नियम के अंदर हर वस्तु (Goods) और सेवा (Services) को पहचानने के लिए HSN (Harmonized System of Nomenclature) और SAC (Service Accounting Code) का इस्तेमाल किया जाता है।

ये कोड इस बात का प्रमाण है हैं कि किसी प्रोडक्ट या सर्विस पर कौन सी टैक्स रेट लागू होगी, और आप कौन सा प्रोडक्ट का बिजनेस करते है।

इसीलिए आप जीएसटी में एचएसएन और एसएसी कोड कैसे चुनें? टर्नओवर के अनुसार हम आपको पूरी जानकारी देंगे सभी जानने के लिए आप इस पोस्ट को लास्ट तक पढ़े।

HSN Code क्या है?

एचएसएन कोड वस्तुओं (Goods) की पहचान के लिए इस्तेमाल किया जाने वाला एक अंतरराष्ट्रीय सिस्टम है, यह कोड World Customs Organization (WCO) द्वारा बनाया गया है, जिससे हर देश में सामान का एक ही पहचान हो सके।

भारत में भी यही कोड जीएसटी सिस्टम में इस्तेमाल होता है, उदाहरण के लिए:

  • 0402 – Milk and Cream के लिए 
  • 9403 – Furniture के लिए 

SAC Code क्या है?

एसएसी कोड सेवाओं (Services) की पहचान के लिए इस्तेमाल होता है, इसमें हर प्रकार की सेवा के लिए एक यूनिक नंबर दिया गया है जिससे पता चलता है कि कौन सी सेवा पर कितनी जीएसटी दर लगनी है।

यह भी भारत के जीएसटी सिस्टम में बहुत ही इस्तेमाल होता है, जब आप किसी को ऑनलाइन या ऑफलाइन सर्विस देते है, उदाहरण के लिए:

  • 9983 – Other professional, technical and business services के लिए 
  • 9967 – Supporting services in transport के लिए 

वस्तु और सेवा का उदाहरण (Example of HSN & SAC Code)

अब मैं फिर से आपको एक बार जीएसटी में वस्तु और सेवा का उदाहरण को अंतर के साथ समझा रहा हूं ताकि आपके मन के सभी डाउट क्लियर हो जाए:

Goods (वस्तु): मान लीजिए आप एक मोबाइल एक्सेसरीज़ बेचने वाले व्यापारी हैं, जैसे मोबाइल कवर, चार्जर और हेडफ़ोन जैसी चीज़ें वस्तुएँ (Goods) हैं, इसलिए इनके लिए आपको एचएसएन कोड का इस्तेमाल करना होता है, गुड्स में ज्यादा आइटम आते है जो हम रोज इस्तेमाल करते है जैसे खाने पीने की चीज या कपड़ा। 

Service (सेबा): वहीं अगर आप एक डिजिटल मार्केटिंग एजेंसी चलाते हैं या सॉफ्टवेयर डिजाइन, कंसल्टेंसी सर्विस देते हैं, तो यह सेवाएँ (Services) हैं, इन सेवाओं के लिए एसएसी कोड का इस्तेमाल किया जाता है। 

इस तरह एचएसएन कोड वस्तुओं (Goods) के लिए और एसएसी कोड सेवाओं (Services) के लिए होता है, इन कोड्स की सही पहचान और सही इस्तेमाल से जीएसटी रिटर्न करने समय गलती से बचा जा सकता है।

HSN और SAC Code में अंक (Digits) का मतलब क्या होता है?

एचएसएन कोड आमतौर पर 2, 4, 6 या 8 अंक का होता है, इन अंकों की संख्या से पता चलता है कि कोई भी वस्तु का कैटेगरी और कितना बड़ा व्यापार है, नीचे एक टेबल से समझे:

अंकों की संख्याविवरण
2 अंकChapter (मुख्य श्रेणी)
4 अंकHeading (उप-श्रेणी)
6 अंकSub-heading (विस्तृत वर्गीकरण)
8 अंकNational Level Classification (भारत में विशेष वर्गीकरण)

यह इसीलिए है क्योंकि जितना ज्यादा जिनका टर्नओवर होगा, उनको उतना ज्यादा डिजिट वाला एचएसएन कोड का इस्तेमाल करना होगा।

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Turnover के हिसाब से HSN Code का चुनाव कैसे करें

किसी के टर्नओवर के हिसाब से एचएसएन कोड कैसे होता है इसका एक टेबल में नीचे आपको समझाया हूं:

सालाना टर्नओवरजरूरी HSN अंकों की संख्यालागू स्थिति
₹1.5 करोड़ तकHSN Code देना optional हैछोटे व्यापारियों के लिए
₹1.5 करोड़ से ₹5 करोड़ तक4 Digit HSN Code आवश्यकनियमित टैक्सपेयर
₹5 करोड़ से अधिक6 Digit HSN Code अनिवार्यबड़े व्यवसायों के लिए

ध्यान रखें: एक्सपोर्ट या इंपोर्ट करने वाले व्यापारियों को हमेशा 8 अंक का एचएसएन कोड इस्तेमाल करना होता हैं क्योंकि यह अंतरराष्ट्रीय बाजार तक जाता है।

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SAC Code के लिए नियम

एसएसी कोड में टर्नओवर के लिए कोई ज्यादा अंक इतना जरूरी नहीं है यह 4 अंक का होता है, यह सेवा देने वाला को अपनी सर्विस के अनुसार सही एसएसी कोड चुनना होता है।

फिर भी अगर ₹5 करोड़ से ऊपर वालों टर्नओवर के लिए 6 अंकों का पूरा कोड लिखना ज़रूरी है, उदाहरण के लिए:

  • वेबसाइट डिजाइनिंग के लिए  SAC 9983
  • कंसल्टेंसी सर्विस के लिए SAC 998311

एसएसी कोड का पहले दूं अंक 99 रहता है इससे यह पता चलता है कि यह सर्विस है, और अगला दूं अंक आपका सर्विस के पहचान के लिए।

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HSN और SAC Code ज़रूरी क्यों हैं?

एचएसएन और एसएसी कोड इस्तेमाल इसीलिए ज़रूरी हैं ताकि:

  1. सही टैक्स दर लागू होती है
  2. गलत चुनाव पर पेनाल्टी से बचा जाए
  3. जीएसटी रिटर्न फाइल (GSTR-1 और GSTR-3B) में डेटा बराबर रहता है
  4. एक्सपोर्ट और इंपोर्ट में डॉक्यूमेंट्स की हिसाब क्लियर रहता है

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अगर गलत HSN या SAC Code लगाया तो क्या होगा?

अगर कोई व्यापारी गलत कोड इस्तेमाल करता है, तो उसे गलत कोड पर टैक्स दर गलत लागू हो सकती है, इससे जीएसटी विभाग आप पर जुर्माना लगा सकता है या आपका रिफंड पर रोक सकता है।

जीएसटी कानून के अंदर गलती सुधारने का मौका तो होता है, लेकिन बार बार गलती करने से यह आपके व्यापार को नुकसान पहुंचा सकता है, इसीलिए सही कोड का इस्तेमाल करना सबसे ज़रूरी है।

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सही HSN या SAC Code और जीएसटी रेट कैसे पता करें?

आप HSN और SAC Code जानने के लिए सरकारी पोर्टल पर सर्च कर सकते हैं HSN Code Check यहां आपको सभी वस्तुओं और सेवाओं के एचएसएन और एसएसी मिल जाएंगे, और उनके साथ उनके टैक्स रेट चेक करने के लिए GST Rate Check

निष्कर्ष: एचएसएन और एसएसी के बारे में

एचएसएन और एसएसी कोड जीएसटी सिस्टम की रीढ़ की हड्डी हैं, अगर आप अपने टर्नओवर और उत्पाद या सेवा के प्रकार के अनुसार सही कोड चुनते हैं, तो आपकी जीएसटी फाइलिंग और रिटर्न के प्रोसेस बहुत आसान और सुरक्षित हो जाएगा।

में उम्मीद करता हूं कि आपको जीएसटी में एचएसएन और एसएसी कोड चुनने का और इनके बारे में सभी जानकारी मिली है, अपने दोस्त और सोशल मीडिया पर इस पोस्ट को शेयर कर उनको भी जानकारी लेने का मौका दीजिए।

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