आजकल ज़्यादातर बिज़नेस अपने काम के लिए AWS, Tally, Canva, ChatGPT Plus, Grammarly Premium जैसी ऑनलाइन बिज़नेस सेवाओं पर सब्सक्रिप्शन सर्विस का इस्तेमाल करते हैं।
लेकिन क्या आप जानते हैं कि इन सेवाओं पर जीएसटी, Reverse Charge Mechanism (RCM) और Input Tax Credit (ITC) कैसे लागू होता है? आज में आपको इनका जवाब आसान भाषा में समझाऊंगा।
देखिए आज के इस डिजिटल युग में, हर छोटा बड़ा बिज़नेस ऑनर इन सॉफ्टवेयर और ऑनलाइन सब्सक्रिप्शन पर निर्भर रहता है, इसमें ज्यादा आपकी अकाउंटिंग के लिए Tally हो, क्लाउड होस्टिंग के लिए AWS हो, या CRM के लिए कोई और ऑनलाइन टूल, ये सभी आपके बिज़नेस के लिए इनपुट सेवा (Input Service) हैं।
इन इनपुट सेवाओं पर लगने वाले जीएसटी को वापस क्लेम करके आप अपने बिज़नेस की खर्च को कम कर सकते हैं, आइए जानते हैं कि इन ज़रूरी सेवाओं पर ITC (Input Tax Credit) क्लेम करने के नियम और जीएसटी के नियम क्या हैं।
इस पोस्ट में क्या क्या है?
ऑनलाइन बिज़नेस सर्विस क्या है?
जब कोई कंपनी या व्यक्ति अपने व्यापार में काम के लिए किसी डिजिटल सर्विस या सब्सक्रिप्शन का इस्तेमाल करता है जैसे:
- AWS (Cloud Hosting)
- Tally (Accounting Software)
- Canva (Design Tool)
- ChatGPT Plus या Grammarly
- Premium (AI Tools)
तो ये सेवाएँ बिजनेस इस्तेमाल में आती हैं और इन पर जीएसटी नियम लागू होता है।
दो प्रमुख सर्विस प्रोवाइडर और उनके नियम
देखिए आईटीसी क्लेम करने की प्रक्रिया इस बात पर निर्भर करती है कि आप यह सब्सक्रिप्शन कहां से लिए है भारतीय सप्लायर से या विदेशी सप्लायर से, हम अब नीचे दोनों पर बात करेंगे।
भारतीय सर्विस प्रोवाइडर (Indian Provider) पर GST कैसे लगता है?
भारतीय सर्विस प्रोवाइडर मतलब यह विदेशी कंपनी भारत में रजिस्टर है या देसी कंपनी है, और आप Tally, Zoho, Hostinger India जैसी भारतीय कंपनी से सेवा लेते हैं, तो वे अपने इनवॉइस में 18% जीएसटी चार्ज करते हैं, और आपको RCM नहीं भरना पड़ता।
तब सप्लायर आपसे CGST + SGST (या IGST, अगर सप्लायर दूसरे राज्य का है) चार्ज करेगा, और आप आईटीसी क्लेम कर सकते है, सप्लायर द्वारा बनाए गए टैक्स इनवॉइस के आधार पर आप इसे सीधे GSTR-3B में क्लेम कर सकते हैं, सिर्फ यह आपके GSTR-2B में दिख रहा हो।
एक उदाहरण से समझे: आपने टेली का सब्सक्रिप्शन खरीदा, तब आपको टेली इनवॉइस ₹10,000 + ₹1,800 (18% जीएसटी) ऐसे दिखाई देगा, यह ₹1,800 टेली कंपनी सरकार को जमा करती है, आपके जीएसटी नंबर से।
और आप इस ₹1,800 पर आईटीसी का दावा कर सकते हैं, तब जब आप खुद जीएसटी में रजिस्टर है आपके पास जीएसटी नंबर (GSTIN) है और अगर सेवा आपके व्यवसाय से जुड़ी है।
विदेशी सर्विस प्रोवाइडर (Foreign Provider) पर GST कौन देगा?
अगर आप AWS (Amazon Web Services), Canva, ChatGPT Plus, Google Workspace, Grammarly जैसी विदेशी कंपनी की सर्विस या सब्सक्रिप्शन लेते हैं, तो यहाँ Reverse Charge Mechanism (RCM) लागू होता है।
इन सर्विस OIDAR (Online Information and Database Access or Retrieval) के अंदर आते है और इनपर जीएसटी के नियम लागू होते हैं, ज्यादा तर मामलों में यह विदेशी सप्लायर भारत में जीएसटी रजिस्ट्रेशन कराते हैं और वे सीधे आपसे IGST (Integrated GST) चार्ज करते हैं।
और जो विदेशी कंपनी भारत में रजिस्टर नहीं है वह जीएसटी चार्ज नहीं कर सकती, आपको खुद टैक्स का पैसा IGST के नाम से सरकार को भरना होगा, और यह टैक्स GSTR-3B में (Import of Services under RCM) के नाम से भरा जाता है।
मतलब आप खुद जीएसटी जमा कर आईटीसी क्लेम कर सकते है, ऐसा इसीलिए करना है क्योंकि जब आप आरसीएम के तहत जीएसटी जमा करते है तब वह जमा किया हुआ पैसा आपको वापस भी मिलेगा, और आपका सभी डॉक्यूमेंट का हिसाब जीएसटी में बराबर रहेगा।
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सॉफ्टवेयर और सब्सक्रिप्शन पर आईटीसी का असली नियम
देखिए सॉफ्टवेयर और ऑनलाइन सब्सक्रिप्शन पर आईटीसी क्लेम करने का रूल वही है जो हर सेवा पर लागू होता है:
ITC क्लेम की अनुमति: आपको किसी भी जीएसटी खर्च पर आईटीसी तभी मिलता है, जब उस सेवा का इस्तेमाल आप अपने बिज़नेस के चलाने या उसे आगे बढ़ाने के लिए कर रहे हो।
एक उदाहरण: टेली, एडब्ल्यूएस, बिज़नेस ईमेल सब्सक्रिप्शन, या क्लाउड स्टोरेज यह सभी सीधे बिज़नेस से जुड़े होते हैं, इसलिए इन पर आप आईटीसी का लाभ ले सकते है।
ब्लॉक क्रेडिट (Blocked Credit) नहीं होना चाहिए: कुछ ऐसे खर्च धारा 17(5) (जैसे खुद का इस्तेमाल या मस्ती) के लिए है वह ब्लॉक किए गए है, आपका खर्च इन क्रेडिट की सूची में नहीं आना चाहिए, ब्लॉक क्रेडिट के बारे मैं हम नीचे बात करेंगे।
आरसीएम के तहत जीएसटी कैसे भरे?
जब आप किसी विदेशी सर्विस का इनवॉइस डाउनलोड करेंगे तो वह USD या किसी अन्य देश की करेंसी में हो सकता है, उस टैक्सेबल वैल्यू को भारतीय रुपया में निकालना होगा।
गूगल में जाए और सर्च करें करेंसी कैलकुलेटर, और इंडियन करेंसी और उस देश की करेंसी सिलेक्ट करें जो बिल मे करेंसी हो, जवाब निकालने के बाद मान लीजिए ₹5,500 निकला।
अब इस ₹5,500 को 100 से डिवाइड करें, तो निकलता है ₹55 अब इस ₹55 को 18 से गुना करें, तो निकलता है ₹990, तो आपका IGST 18% हुआ ₹990।
अब आप GSTR-3B में “Reverse Charge” सेक्शन में यह टैक्स रिपोर्ट करें और पेमेंट करें, और अगले महीने आईटीसी के रूप में क्लेम कर सकते हैं।
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Input Tax Credit (आईटीसी) के नियम
आपने जो IGST आरसीएम के नाम से जमा किया है, वही राशि आप अगले महीने आईटीसी के रूप में क्लेम कर सकते हैं, लेकिन आईटीसी क्लेम करने के लिए कुछ ज़रूरी शर्तें का पालन करना चाहिए:
आईटीसी क्लेम के लिए शर्तें:
तो आप किसी भी सॉफ्टवेयर या सब्सक्रिप्शन पर आईटीसी क्लेम करने से पहले नीचे दिए गए शर्त पूरा हुआ कि नहीं वह जरूर चेक करें।
- इनवॉइस पर आपके बिज़नेस का नाम होना चाहिए अपने पर्सनल नाम नही।
- जो सर्विस आप ले रहे हो उसका इनवॉइस मेंआपका जीएसटी नंबर हो
- पेमेंट बैंक के माध्यम से किया गया हो
- सेवा का उपयोग बिज़नेस के लिए हो (पर्सनल के लिए नहीं)
- लिया हुआ सेवा जैसे सॉफ्टवेयर का एक्सेस आपको मिल गया हो
- सप्लायर ने जीएसटी रिटर्न समय पर फाइल कर दिया हो
मतलब आपके पास सप्लायर द्वारा जारी किया गया असली टैक्स इनवॉइस होना चाहिए, और आपके सप्लायर ने आपके द्वारा दिया गया जीएसटी सरकार के पास जमा कर दिया हो।
एक बार सप्लायर जीएसटी जमा करने के बाद वह आपका GSTR-2B मे दिखेगा और आप आईटीसी के हकदार है, लेकिन आरसीएम में आईटीसी का इन सब बात नहीं होती आप ही टैक्स जमा करते है और आप ही क्लेम करते है।
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Personal vs Business इस्तेमाल का फर्क
उपयोग का प्रकार | आरसीएम लागू | आईटीसी मिलेगा |
Personal (जैसे Netflix, Spotify) | नहीं | नहीं |
Business (जैसे AWS, Tally, Canva) | हां | हां |
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कहाँ आईटीसी क्लेम नहीं मिलेगा? (Block Credit)
जो हमने ऊपर बात किया था ब्लॉक क्रेडिट के बारे में की आईटीसी कब नहीं मिलेगा यह भी आपको अब में पूरी तरह से समझ देता हूं:
आपको यह समझना ज़रूरी है कि भले ही कोई सॉफ्टवेयर हो, लेकिन अगर उसका असली इस्तेमाल बिज़नेस के लिए नहीं है, तो आईटीसी आपको नहीं मिलेगा।
खुद के लिए लिया गया सामान: अगर आपने कोई महंगा कैमरा या मोबाइल खरीदा इनका इस्तेमाल ज्यादातर बिज़नेस के लिए नहीं होता है।
मनोरंजन: Netflix, Amazon Prime (जैसा कि हमने बात की थी) ऐसे मनोरंजन सेवाओं पर आईटीसी ब्लॉक है, भले ही पेमेंट अपने बिज़नेस अकाउंट से किया हो।
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निष्कर्ष: बिज़नेस सॉफ्टवेयर सब्सक्रिप्शन पर जीएसटी और आईटीसी
अंत में आपके बिज़नेस के लिए लिया गया AWS, Tally, और अन्य सॉफ्टवेयर सब्सक्रिप्शन पर आईटीसी क्लेम करना पूरी तरह से लीगल है, इससे आपकी खर्च को कम करने का एक बेहतरीन मौका है, आपको बस यह देखना है कि आपके पास असली इनवॉइस हो और हर लेनदेन GSTR-2B में दिख रहा हो।
और ध्यान रखें विदेशी सेवाओं पर आरसीएम के तहत IGST भरना ज़रूरी है और उसी टैक्स पर आप आईटीसी क्लेम कर सकते हैं, इससे आपका टैक्स खर्च नेचरल हो जाता है और आपका बिज़नेस 100% जीएसटी नियम के हिसाब से रहता है।
में उम्मीद करता हूं की आपको बिज़नेस सॉफ्टवेयर और ऑनलाइन सब्सक्रिप्शन पर आईटीसी क्लेम करने, जीएसटी और आरसीएम के नियम जानने को मिली है भारतीय और विदेशी सप्लायर दोनों के लिए, अपने दोस्त और सोशल मीडिया पर इस पोस्ट को शेयर कर उनको भी जानकारी लेने का मौका दीजिए।
अब इस पोस्ट से जाने:- ITC Mismatch: क्या करें अगर GSTR-2B में आपके इनवॉइस नहीं दिख रहे हों?