जब भी आप जीएसटी के नियम के अंदर कोई बिज़नेस या सर्विस चलाते हैं, तो आपको यह दो शब्द ज़रूर सुनने को मिलते हैं Input Tax और Output Tax।
दोनों ही टैक्स हैं लेकिन इनका अर्थ काम और असर अलग अलग होता है, आज इस पोस्ट में दोनों के बीच का पूरा फर्क आपको आसान भाषा में समझाएंगे इसीलिए आप इस पोस्ट को लास्ट तक पढ़े।
इस पोस्ट में क्या क्या है?
Input Tax क्या होता है?
इनपुट टैक्स वह टैक्स होता है जो आपने अपने कारोबार के लिए कोई सामान या सर्विस खरीदते समय किसी सप्लायर को दिया है, मतलब यह खरीदने के समय दिया गया जीएसटी है।
एक उदाहरण से समझे: अगर आप अपने कंपनी के लिए ₹1,00,000 की मशीनरी आइटम खरीद की और उस पर ₹18,000 का 18% जीएसटी दिया, तो यह ₹18,000 आपका इनपुट टैक्स है।
यह इनपुट जीएसटी वही है जो आप आईटीसी का दावा कर वापस ले सकते है सरकार से, यह पैसा आपका सेलर आपके जीएसटी नंबर और पैन कार्ड के साथ जमा करेगी सरकार के पास।
Output Tax क्या होता है?
आउटपुट टैक्स वह टैक्स होता है जो आप अपने ग्राहकों (buyers) से किसी सामान या सेवा बेचते समय लेते हैं, मतलब यह सेल्स पर लगाया गया जीएसटी है।
एक उदाहरण से समझे: मान लीजिए आपने ₹20,000 की किसी ग्राहक को सर्विस दी, और उस पर आपने 18% जीएसटी दर लगाया तो ₹3,600 आपका आउटपुट टैक्स होगा।
यह आउटपुट जीएसटी वही है जो आप लास्ट में सरकार को जमा करेंगे, आईटीसी एडजस्ट करने के बाद, यह हम आगे बात करेंगे।
Output Tax और Input Tax का अंतर
अब में आपको एक टेबल बनकर दिखा रहा हूं इनपुट जीएसटी और आउटपुट जीएसटी का सभी पॉइंट ताकि आपके मन के सभी डाउट खत्म हो जाए।
तुलना का आधार | Input Tax | Output Tax |
कब लगता है | जब आप कोई सामान या सर्विस खरीदते हैं | जब आप कोई सामान या सर्विस बेचते हैं |
किसे चुकाना होता है | सप्लायर को पेमेंट के साथ | ग्राहक से वसूल कर सरकार को |
टैक्स का प्रभाव | टैक्स रिकवर होता है | टैक्स कलेक्ट होता है |
जीएसटी रिटर्न में दर्ज | GSTR-2B और GSTR-3B में ITC Section | GSTR-1 और GSTR-3B में Output Section |
इनपुट टैक्स क्रेडिट (ITC) | आईटीसी के रूप में दावा किया जाता है | आईटीसी से एडजस्ट होता है |
उदाहरण | आपने ₹1,00,000 का सामान खरीदा ₹18,000 इनपुट टैक्स दिया | आपने ₹20,000 की सर्विस दी ₹3,600 आउटपुट टैक्स लिया |
ITC Adjustment कैसे होता है?
जब आप अपना मासिक जीएसटी रिटर्न (GSTR-3B) फाइल करते हैं, तब आपको अपने आउटपुट टैक्स से इनपुट टैक्स घटाकर बाकी पैसा सरकार को जमा करनी होती है।
इसका फॉर्मूला: सरकार को देने वाला टैक्स = (आउटपुट टैक्स – इनपुट टैक्स क्रेडिट)
एक उदाहरण से समझे: आपका Output Tax ₹5,000 है और Input Tax ₹2,000 है।
तो आपको सरकार को ₹5,000 – ₹2,000 = ₹3,000 ही जमा करना होगा।
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Input Tax Credit (ITC) के लिए कुछ जरूरी शर्त
आप आईटीसी का लाभ तभी ले सकते हैं जब आप सरकार के बनाए कुछ शर्त को पालन करते है, इसका लिस्ट में नीचे आपको दिया हूं:
- आपके पास सही टैक्स इनवॉइस होना चाहिए जिसमें सप्लायर का GSTIN लिखा हो।
- वह आपका GSTR-1 में अपलोड किया गया हो और आपके GSTR-2B में दिखाई दे रहा है।
- आपने सामान या सेवा असल में लिया है।
- पेमेंट 180 दिनों के अंदर किया गया हो।
- आपके सप्लायर ने आपसे लिया हुआ जीएसटी जमा किया हो।
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किन कारणों पर आईटीसी नहीं मिलता?
किन कारण पर आपको आईटीसी नहीं मिलेगा यह भी आप जान लीजिए जैसे:
- आपने सामान या सेवा अपने पर्सनल इस्तेमाल के लिए लिया हो
- ऐसे सामान पर जीएसटी दिया है जो जीएसटी फ्री है
- गाड़ी खरीद की जो माल लाने जाने के लिए नहीं है
- क्लब मेंबरशिप, खाने पीने में खर्च किया या आने जाने का खर्चा आदि
- कैश मेमो या आधा अधूरी इनवॉइस पर।
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Input और Output के बाद टैक्स या जीएसटी कौन सा सही है
इनपर बहुत सारे लोगों को कन्फ्यूज़न रहता है आज आप यह भी जान लीजिए, सही शब्द (इनपुट टैक्स और आउटपुट टैक्स) है।
इनपुट जीएसटी और आउटपुट जीएसटी बोलना गलत नहीं है, यह समझमें और बोलने में आसान है इसीलिए लोग इन शब्द का इस्तेमाल करते हैं, लेकिन सरकारी डॉक्यूमेंट और फाइलिंग में आपको टैक्स वाला शब्द ही मिलेंगे।
स्थिति | व्यवहार में (Practical) | आधिकारिक तौर पर (Official) |
खरीद पर चुकाया गया टैक्स | इनपुट जीएसटी | इनपुट टैक्स (ITC) |
बिक्री पर लिया गया टैक्स | आउटपुट जीएसटी | आउटपुट टैक्स (Tax Payable) |
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निष्कर्ष: इनपुट टैक्स और आउटपुट टैक्स के बारे में
अंत में आउटपुट टैक्स वह टैक्स है जो आप बेचते समय लेते हैं, लेकिन इनपुट टैक्स वह टैक्स है जो आप खरीदते समय देते हैं।
दोनों को मिलाकर ही बनता है असली जीएसटी जमा करने का अमाउंट, जहाँ आईटीसी से आपके बिज़नेस को टैक्स कम करने में मदद करता है।
जीएसटी में Input Tax और Output Tax का अंतर हर एक बिज़नेस ओनर या फ्रीलांसर को समझना जरूरी है जो आपने इस पोस्ट से समझा।
ऐसे छोटी छोटी चीज जीएसटी में जानकारी रखने से आप अपने व्यापार को अच्छे से कर पाएंगे किसी सरकारी दिक्कत के बिना।
में उम्मीद करता हूं कि आपको जीएसटी में इनपुट टैक्स और आउटपुट टैक्स के बारे में जानकारी मिली है, अपने दोस्त और सोशल मीडिया पर इस पोस्ट को शेयर कर उनको भी जानकारी लेने का मौका दीजिए।
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