Mobile या DTH Recharge पर कितना GST लगता है? पूरी जानकारी

आजकल हर कोई अपने Mobile Recharge, DTH या Data Recharge करता है, लेकिन क्या आपने कभी ध्यान दिया है कि रिचार्ज पर टैक्स कितना लगता है? असल में मोबाइल और डीटीएच रिचार्ज पर जीएसटी एक आम सवाल है और इसमें लोगों को बहुत कन्फ्यूजन रहता है।

जब भी हम अपना मोबाइल, डीटीएच या इंटरनेट रिचार्ज करते हैं, तो हम देखते हैं कि हमें पूरे पैसे का बैलेंस या टॉकटाइम नहीं मिलता, ऐसा इसलिए होता है क्योंकि सरकार दूरसंचार सेवाओं (Telecommunication Services) पर जीएसटी लेती है।

आइए आज आसान भाषा में समझते हैं कि रिचार्ज पर जीएसटी की दर क्या है और इसकी हिसाब कैसे की जाती है, रिचार्ज पर जीएसटी का हम सभी पॉइंट आपके सामने रखेंगे इसीलिए आप इस पोस्ट को लास्ट तक पढ़े।

रिचार्ज पर जीएसटी कितना लगता है?

Recharge पर Gst दर को समझना बहुत ही आसान है मोबाइल रिचार्ज, डीटीएच रिचार्ज, और इंटरनेट रिचार्ज पर 18% जीएसटी लगता है, यह जीएसटी आपके रिचार्ज के प्लान के साथ लगा हुआ रहता है इसीलिए आपको पता नहीं चलता है।

अब लोग सोच रहे है कि जब जीएसटी दर कम हुआ है तो रिचार्ज सस्ता क्यों नहीं हुआ है, असल में पहले भी रिचार्ज पर 18% जीएसटी था और अब भी 18% जीएसटी है, कोई कम नहीं हुआ है।

रिचार्ज पर जीएसटी की गणना कैसे होती है?

बहुत लोगों को लगता है कि 18% जीएसटी रिचार्ज वाउचर की अमाउंट के बाद लगाया जाता है, लेकिन ऐसा नहीं है, जीएसटी उसी अमाउंट के अंदर लगा रहता है।

एक उदाहरण से समझें:- अगर आप ₹200 का टॉप-अप वाउचर खरीदते हैं, तब आप ₹200 का पेमेंट करते हैं, तब यह पैसा दो हिस्सों में बँटा जाता है:

  1. सर्विस वैल्यू (मूल्य): वह राशि जिस पर जीएसटी लगाया जाता है।
  2. GST रिचार्ज पर (18%): सर्विस वैल्यू का 18%।

अगर आपकी सर्विस वैल्यू मतलब ₹169.5 मिलता है, तो उस पर 18% GST ₹30.5 लगता है, (₹169.5 सर्विस + ₹30.5 जीएसटी) = ₹200 टोटल।

मतलब जब आप ₹200 का रिचार्ज करते है उसमें ₹30.5 का जीएसटी लग जाएगा, आपका रिचार्ज अमाउंट ₹230.5 नहीं होगा, कंपनी ऐसा प्लान से रिचार्ज अमाउंट रखती है जिससे कस्टमर को ज्यादा पैसा न देना पढ़ें।

टेलीकॉम ऑपरेटर से आप इस ₹200 का वाउचर खरीदने पर ₹30.5 जीएसटी के रूप में सरकार को जमा करती है, मैने सिर्फ आपको ₹200 के वाउचर का उदाहरण दिया, हालांकि अभी ₹200 का वाउचर नहीं मिलता है।

आज तो 249, 349 जैसे एक महीने के प्लान में आपको कॉल फ्री, इंटरनेट, एसएमएस ऐसे बहुत सारी सुविधा देती है, सभी प्लान के अंदर भी सेम जीएसटी 18% की हिसाब ऐसे होती है जैसे मैने आपको ऊपर उदाहरण दिया।

डीटीएच और इंटरनेट रिचार्ज पर भी यही नियम लागू?

जीएसटी के नियम सभी दूरसंचार और प्रसारण सेवाओं पर समान रूप से लागू होता है।

  • डीटीएच रिचार्ज: आपके डीटीएच के मासिक प्लान पर 18% जीएसटी लगता है, यह ऑपरेटर आपके प्लान की कीमत में ही जीएसटी जोड़कर आपसे पूरा पैसा लेती है।
  • ब्रॉडबैंड या इंटरनेट सेवाएं: आपके मासिक ब्रॉडबैंड या फाइबर इंटरनेट प्लान के बिल पर भी 18% जीएसटी लगता है।

रिचार्ज पर जीएसटी क्यों लगता है?

रिचार्ज को टेलीकॉम सर्विस माना जाता है इन पर सरकार ने 18% का जीएसटी स्लैब लगाया है, इसलिए चाहे आप प्रीपेड रिचार्ज करें या डीटीएच, सब पर समान जीएसटी दर लागू होता है।

इस पोस्ट से जाने:- Tax क्यों भरे? जाने टैक्स भरने के फायदे और नुकसान (Penalty aur Benefits)

रिचार्ज बिल में जीएसटी कैसे दिखता है?

जब आप किसी ऑनलाइन प्लेटफॉर्म जैसे (Paytm, PhonePe, Google Pay, या दूसरे किसी ऐप्स) से रिचार्ज करते हैं, तो इनवॉइस या रिसिप्ट देखने में आपको ये डिटेल्स मिलेगा:

  1. Recharge Amount (Base Value)
  2. GST 18%
  3. Total Payable Amount

इसलिए अगली बार जब भी आप रिचार्ज करें तो ध्यान रखें कि इसमें आपका 18% जीएसटी शामिल है।

तो गूगल पे या फोन पे में रिचार्ज अमाउंट बढ़ कैसे जाती है

देखिए ऑपरेटर जो अपना रिचार्ज अमाउंट 199, 299, 349 या 799 आदि रखता है, उनके अंदर वह अपना जीएसटी भी शामिल करते है, लेकिन जब आप PhonePe या Google Pay जैसे प्लेटफार्म से रिचार्ज करते है तब बह 1 से 2 रुपए अपने हिसाब से प्लेटफार्म चार्ज करते है।

यह बड़ा हुआ एक या दूं रूपए टेलीकॉम में नहीं जाती है वह एप्प अपने पास रखती है, यह ऐप्स भी पहले चार्ज नहीं कर रहा था जैसे जैसे वह पॉपुलर हुआ है वह यह चार्ज लगाया है, लेकिन अभी भी ऐसा ऐप्स है जो अपना चार्ज नहीं लेती है।

इस पोस्ट से जाने:- GST क्या है? जानें वस्तु एवं सेवा कर के 4 प्रकार (CGST, SGST, IGST, UTGST) और उनका मतलब

रिचार्ज पर आईटीसी का फायदा किसे मिलता है?

अगर आप एक आम उपभोक्ता (Consumer) हैं तो आपको इस 18% जीएसटी का कोई इनपुट टैक्स क्रेडिट (ITC) नहीं मिलेगा।

लेकिन अगर आप एक जीएसटी रजिस्टर्ड बिज़नेस ऑनर हैं और आप टेलीकॉम सेवाओं का इस्तेमाल सिर्फ और सिर्फ व्यावसायिक उद्देश्यों के लिए करते है।

तो आप अपने मोबाइल या इंटरनेट खर्चों पर दिए गए जीएसटी पर आईटीसी का दावा कर सकते हैं, इसके लिए:

  1. रिचार्ज का टैक्स इनवॉइस होना चाहिए जिसमें GSTIN और जीएसटी डिटेल्स लिखा हों।
  2. इनवॉइस में सर्विस प्रोवाइडर का जीएसटी नंबर होना ज़रूरी है।
  3. और हर रिचार्ज बिजनेस इस्तेमाल के लिए होना चाहिए न कि प्रेसनल इस्तेमाल के लिए।

मतलब बिजनेस इस्तेमाल के लिए किया गया रिचार्ज पर आईटीसी क्लेम किया जा सकता है, प्रेसनल रिचार्ज पर नहीं।

इस पोस्ट से जाने:- Tax और GST में क्या अंतर है? जानें आसान तुलना और पूरी जानकारी

FAQ (ज्यादा पूछे जाने वाले सवाल)

Q1. क्या जीएसटी हर रिचार्ज पर लगता है?

जी हाँ सभी मोबाइल, डीटीएच और इंटरनेट रिचार्ज पर 18% जीएसटी लगता है।

Q2. क्या रिचार्ज पर जीएसटी अलग से पे करना पड़ता है?

जी नहीं रिचार्ज करते समय जो अमाउंट आप पे करते हैं, उसमें जीएसटी पहले से ही लगा होता है।

Q3. क्या जीएसटी रिफंड मिल सकता है?

सामान्य उपभोक्ताओं को रिचार्ज का रिफंड नहीं मिलता, सिर्फ बिजनेस रिचार्ज पर Input Tax Credit (ITC) क्लेम कर सकते है।

इस पोस्ट से जाने:- जीएसटी के आने से  नुकसान छोटे व्यवसायों से लेकर आम आदमी तक, किसे हुआ सबसे ज्यादा असर जाने?

निष्कर्ष: रिचार्ज पर जीएसटी के बारे में

अंत में आपके मोबाइल, डीटीएच या इंटरनेट रिचार्ज पर जीएसटी की दर 18% लगता है, यह दर सीधे सर्विस वैल्यू पर लगाई जाती है मतलब (जितना पैसा आपको रिचार्ज के बाद मिलती है)।

मतलब आप सेवाओं पर ही टैक्स दे रहे है, क्योंकि जीएसटी कानून के में टेलीकॉम सर्विस (Service) के अंदर आता है, अगली बार जब आप रिचार्ज करेंगे तो याद रखें कि आपके दिया गया 18% टैक्स देश की आर्थिक व्यवस्था एक छोटा सा हिस्सा है।

में उम्मीद करता हूं कि आपको रिचार्ज पर जीएसटी कितना लगता है? इसकी पूरी जानकारी मिली है अपने दोस्त और सोशल मीडिया पर इस पोस्ट को शेयर कर उनको भी जानकारी लेने का मौका दें।

जाते जाते इस पोट से जाने:- क्या मोबाइल लैपटॉप और इलेक्ट्रॉनिक सामान पर हाल ही में GST दर कम हुई है?

Leave a Comment